क्रय मूल्य
जिस मूल्य पर कोई वस्तु खरीदी जाती है वह मूल्य उस वस्तु का क्रय मूल्य कहलाता है
विक्रय मूल्य
जिस मूल्य पर कोई वस्तु भेजी जाती है वह विक्रय मूल्य कहलाता है
लाभ
विक्रय मूल्य- क्रय मूल्य
हानि
क्रय मूल्य- विक्रय मूल्य
नोट: लाभ अथवा हानि की गणना हमेशा क्रय मूल्य पर की जाती है
प्रतिशत लाभ = (लाभ/ विक्रय मूल्य – क्रय मूल्य)100
प्रतिशत हानि = ( हानि /क्रय मूल्य – विक्रय मूल्य)100
नोट: लाभ और हानि की गणना हमेशा क्रय मूल्य पर की जाती है चाहे लाभ हो अथवा हानि प्रिय विद्यार्थियों हम आपको बता दें कि प्रतिशत की अच्छी जानकारी रहने पर ही आप लाभ और हानि के सवालों को आसानी से साफ कर सकते हैं ! इसके लिए कुछ प्रतिशत मान याद करना होगा
जैसे-1/1=100% ½=50% ⅓=33.33 ¼ =25% ⅕=20% इसी प्रकार 30 तक लर्न किया जाता है!
अंकित मूल्य
जो मूल्य किसी वस्तु पर छपा रहता है! उसे अंकित मूल्य या MRP कहते हैं! इसी को अधिकतम खुदरा मूल्य भी कहा जाता है! इस मूल्य पर दुकानदार ग्राहक को छूट देता है! इसके बावजूद भी दुकानदार को लाभ होता है!